
Chetan Gurung
हरिद्वार में देश के कई हिस्सों से कांवड़ियों के गंगा जल लेने आने का सिलसिला कल (11 जुलाई) से शुरू होने से पहले DGP दीपम सेठ ने आज काँवड़ यात्रा से जुड़े सुरक्षा बंदोबस्तों का मौके पर जा के जायजा लिया। तमाम हिदायतें जारी कीं। यात्रा के दौरान 7,000 से अधिक पुलिस के जवान और अन्य सुरक्षा कर्मचारी मुस्तैद-चौकन्ने रहेंगे।
DGP Deepam Seth
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ADG Dr V Murugesan
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पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ कांवड़ मेला क्षेत्र ऋषिकेश पहुंचे। यहाँ 3 Districts (देहरादून, पौड़ी, टिहरी) के SSPs-अन्य अफसरों के साथ समीक्षा बैठक में कांवड़ व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुनि की रेती (टिहरी), लक्ष्मण झूला (पौड़ी) से लेकर नीलकंठ महादेव मंदिर तक यात्रा मार्ग का पैदल निरीक्षण किया।
उन्होंने नीलकंठ महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं व मंदिर समिति से फीडबैक भी लिया। लक्ष्मणझूला तथा नीलकंठ में नियुक्त Force को ड्यूटी के संबंध में निर्देश दिए। SSP (पौड़ी) लोकेश्वर सिंह सहित अन्य अधिकारी उनके साथ थे। दीपम ने बताया कि 3000 पुलिसकर्मी, 1350 होमगार्ड और PRD, 15 कंपनी PAC, 9 कंपनी अर्ध सैनिक बल, 9 टीम बम डिस्पोजल Squad, 4 टीम आतंकवादी निरोधक दस्ता, 10 टीम SDRF, 10 टीम ड्रोन, 7 टीम जल पुलिस की तैनाती मेला क्षेत्र में की गई है।
500 से अधिक CCTV Cameras कंट्रोल रूम के जरिए निगरानी करेंगे। नीलकंठ मेला क्षेत्र को 1 Super Zone, 7 Zone, और 23 सेक्टर तथा हरिद्वार मेला क्षेत्र को 16 Super Zone, 37 Zone एवं 134 Sectors में बांटा गया है। ASP, CO/Insp. तथा SHO स्तर के अधिकारियों को प्रभारी नियुक्त किया गया है।
अफसरों-जवानों को Briefing में DGP के साथ ही डॉ. V मुरूगेशन (ADG-L and O), अजय प्रकाश अंशुमान (Intelligence-Security), राजीव स्वरूप (IG-गढ़वाल), NS नपलच्याल, (निदेशक-यातायात),निवेदिता कुकरेती,( DIG फायर सर्विस) ने दिशा-निर्देश दिए। डॉ. मुरूगेशन ने “कांवड़ मेला को सबके लिए एक बड़ी जिम्मेदारी करार दिया”। उन्होंने सुरक्षा बलों से लोगों संग संयमित-मर्यादित लेकिन जिम्मेदार व्यवहार की भावना से Duty करने को कहा।