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Big Conspiracy!!सियासी अस्थिरता की साज़िश पर मोदी-शाह नाखुश!दोषियों के नामों की फेहरिस्त तैयार:साजिशकर्ताओं को कुनैन की गोली दी जाएगी या फिर तत्काल झटके भी मुमकिन!

Congress के बड़े Leader पर डोरे! Pressure Politics का भी सहारा:Cabinet फेरबदल-विस्तार तयशुदा! पुष्कर Cabinet Train में Birth हासिल करने के लिए युवाओं-वृद्धों से अनुभवी-First Timer तक होड़ में!

Chetan Gurung

उत्तराखंड में सियासी अस्थिरता की हवा फैलाने वाले साजिशकर्ताओं से जुड़ी पूरी Report PM नरेंद्र मोदी और HM अमित शाह के पास पहुँच चुकी है! करीबी और पुख्ता सूत्रों के मुताबिक BJP में इस सबके लिए जो जिम्मेदार और दोषी हैं, उन पर कठोर कार्रवाई अवश्य होगी। उनका सियासी भविष्य चौपट हो सकता है या फिर तत्काल बड़े झटके भी दिए जा सकते हैं। ये वे लोग हैं, जो CM पुष्कर सिंह धामी की किसी भी दिल्ली यात्रा या फिर वक्त ले के मोदी-शाह से मिलने जाने या फिर दोनों में से किसी के भी पूरा निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक दिल्ली जाने पर भी बदलाव की हवा के तौर पर उड़ाने में हुनरबाज़ समझे जाते हैं। इस Lobby के बाबत ये भी पुख्ता खबर है कि वह खुद की मंशा पूरी करने की खातिर गढ़वाल के एक बड़े Congress Leader पर डोरे और दबाव डाल रही है कि वह BJP में कदम रख दें। इसकी एवज में हाथों-हाथ अपने कुछ मुकदमों से फारिग हों।

कुछ महीने के अंतराल में रह-रह के इस किस्म की हवा उड़ाई जाती रहती है कि उत्तराखंड सरकार में बदलाव हो सकता है। हर बार ये हल्ला-शोर रेत के महल की तरह भरभरा के नेस्तनाबूद होता रहा है। BJP और हालात को ढंग से जानने वाले विश्लेषकों को पूरा अंदाज है कि ये महज एक Lobby के विशेष Agenda के तहत होता रहता है। ये भी सब जानते हैं कि आला कमान पर PSD की पकड़-प्रतिष्ठा बेहद मजबूत है। मोदी-शाह के वह Blue Eyed Man हैं। इसके बावजूद अखबारों-Channels और Portals के जरिये अस्थिरता का माहौल अचानक-अचानक नजर आने लगता है। इसके लिए खास Lobby की बेचैनी को जिम्मेदार समझा जा रहा है।

अभी तक इस Lobby के सियासी तीर बियावान वन में भटक के खोते रहे हैं। ताजा मामला ये है कि ये Lobby अब Congress के एक बड़े चेहरे को BJP में लाने की कोशिश में जुटी है। तियाँ-पाँचा करने के शौकीनों का हिसाब है कि Congress के इस लोकप्रिय-नामी चेहरे को खींच के-उसको सीढ़ी बना के अपने ख्वाब को पूरा करने की मंजिल के करीब पहुंचा जा सकता है। आला कमान को भले वह ये भ्रम देने की कोशिश कर रहा है कि उसके आने से गढ़वाल में BJP अधिक सशक्त होगी और पंजा ढीला पड़ जाएगा। इस पूरे मामले में ठोस जानकारी ये सामने आ रही है कि Congress के इस बड़े नाम ने प्रलोभन या फिर दबाव में आ के किसी खास Lobby का अस्त्र बनने से साफ इन्कार कर दिया है।

इस Lobby से जुड़े लोगों के बारे में एक खास पहलू ये भी है कि उसकी और BJP के राज्य के प्रमुख ओहदेदारों से 36 का आंकड़ा चल रहा है। देखा जाए तो इस हिसाब से संगठन और सरकार को वह एक साथ Disturb कर रही है। मुख्यमंत्री और BJP संगठन के पास इसकी पूरी रिपोर्ट शुरू से है। दोनों के जरिये और अपने ठोस सूत्रों और सरकारी खुफिया Agencies के जरिये मोदी-शाह के पास भी इस साजिश और कुछ पनपी दुरभिसंधियों की विस्तृत रिपोर्ट पहुँच चुकी है। इसमें कोई शक या शुबहा नहीं कि आला कमान और खास तौर पर PM-HM इस मामले में कभी भी बड़ा और अहम Action ले सकते हैं।

सियासत की नब्ज को अच्छी तरह समझने वाले मुतमईन हैं कि आज के दौर में पुष्कर को हिलाने के बारे में आला कमान की सोच जन्म भी नहीं ले सकती है। BJP के वह उन चुनिन्दा चेहरों में से हैं जो मोदी-शाह-संघ के Agenda को उसके निर्देश मिलने से पहले ही अमल में ला देते हैं। लोकसभा से ले के Ward Election तक में भगवा फहराते हैं। उनका चेहरा और नाम चुनावों में BJP के बहुत काम आ रहा है। वह जिन सीटों पर Star Campaigner बन के जाते हैं, वहाँ का Strike Rate Success हैरान करने वाला रहा है। मोटे तौर पर ये 90 फीसदी के आसपास रहता है।

PSD ने CM रहते हुए 3 साल पहले पार्टी को सरकार में फिर से लाने का ऐतिहासिक कारनामा करने का चमत्कार कर दिखाया। उत्तराखंड राज्य गठन के बाद ऐसा पहली बार हुआ। हर बार सत्तारूढ़ दल विधानसभा चुनाव जरूर हारती रही है। कोरोना काल में बेहद खराब और संकटग्रस्त माहौल में सरकार की कमान सिर्फ 8 महीने पहले उनको सौंपी गई थी। उन्होंने असंभव को संभव कर दिखाया था। प्रशासनिक तौर पर देखा जाए तो वह UCC-धर्मांतरण-नकल कानून अमल में ला के देश भर में सुर्खियां बटोर चुके हैं।

कानून-व्यवस्था के मामले में बहुत सख्ती दिखा रहे और सरकारी नौकरियों की बारिश कर युवाओं का दिल जीतने की कोई कसर नहीं छोड़ी है। पुष्कर के हक में ये भी है कि वह BJP Ruled राज्यों के मुख्यमंत्रियों में Top-3 में आते हैं। पुष्कर को इस मामले में योगी आदित्यनाथ (UP CM) और देवेंद्र फड़नवीस के Bracket में रखा जाता है। पार्टी के एक बड़े नेता के मुताबिक, `बाकी BJP सरकार के मुख्यमंत्रियों को अंगुलियों में गिने जाने वाले ही जानते हैं। पुष्कर को पार्टी के भावी शीर्ष नेताओं में भी शुमार किया जा रहा है। उनका संतुलित बोलना और प्रशासनिक दक्षता उनकी ताकत है। वह पार्टी का Asset हैं’।

Fake News Factory से इतर हकीकत ये है कि PSD Cabinet में हिला-डुली तय है। कुछ मंत्री को उनके ओहदे से सायो-नारा-अलविदा कहा जाएगा। जाने वालों के नाम भी लिखे जा चुके हैं। बस उन पर लाख की मुहर मोदी-शाह की लगनी है। इससे भी बड़ा तथ्य ये है कि ताजा खाली होने वाली के साथ ही मंत्रिमंडल की खाली 5 में से कुछ सीटों को भी भरने के लिए आला कमान ने फैसला कर लिया है। इस बाबत मुख्यमंत्री से उनका मंथन हो चुका है। इन सीटों और मंत्रियों के हटने से खाली होने वाली सीटों पर अपना रुमाल रखने के लिए बुजुर्ग-वृद्ध-युवा-पहली बार बने और पहले भी मंत्री रहे तथा अनुभवी विधायकों में होड़ मची हुई है।

ये Development कब तक आकार लेगा, इसका भी बेसब्री से इंतजार Media-नौकरशाह भी उसी शिद्दत से कर रहे, जितना BJP MLAs..इसमें भी CM की ही चलनी है। देखते हैं कि कौन-कौन चेहरे और नाम उनकी Good Books और Cabinet Train में Birth हासिल कर पाए हैं। इस सब कसरत में हफ्ता भी लग सकता है और 2-3 दिन का वक्फा भी। ये देखना कौतुहल भरा होगा कि कौन अनुभवी और बुजुर्ग युवाओं और नए चेहरों की चुनौतियों को चूर-चूर कर मंत्री बनने में सफल हो पाते हैं।

 

 

 

 

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