
Chetan Gurung
BJP के लिए हर किस्म के Elections में Lucky Charm और पारस पत्थर साबित होते रहे CM पुष्कर सिंह धामी को इस बार बिहार की धरती पर होने वाली Assembly Elections की जंग में झोंका जा रहा। High Command ने कल सिवान में उनकी 3 सीटों पर नामांकन जनसभा में Voters को आकृष्ट करने का जिम्मा सौंपा है।

ये संयोग है या पुष्कर की तकदीर कि वह लोकसभा और विधानसभा चुनावों में जितनी सीटों पर BJP के लिए प्रचार करने उतरे, उनमें अधिकांश में अप्रत्याशित रूप से कमल का फूल खिल उठा। वह प्रत्याशियों और BJP के लिए Lucky साबित होते रहे हैं। आला कमान को इसका एहसास है। यही वजह है कि उनको इतनी जल्दी बिहार की जंग में उतारा जा रहा है।
बिहार की धरती पर इस बार BJP को करिश्मे की दरकार है। चुनाव बहुत कठिन है। ये पार्टी नेतृत्व भी अच्छी तरह जानता है। खास तौर पर PM नरेंद्र मोदी और HM अमित शाह के लिए बिहार का चुनावी समर जीतना निजी तौर पर भी बेहद अहम है। देखना दिलचस्प रहेगा कि देवभूमि के मुख्यमंत्री का असर बिहार में भी पूर्व के चुनावों के समान चमकता है या नहीं। चमकता है तो कितना?
CM पुष्कर के तय Program के मुताबिक वह सिवान में गोरियाकोठी (प्रत्याशी-देवेशकान्त सिंह)-सिवान (प्रत्याशी-मंगल पांडे)-वारसालीगंज (प्रत्याशी-अरुणा देवी) में प्रत्याशियों के नामांकन के मौके पर जनसभा को संबोधित करेंगे। सियासी और चुनावी समीक्षक इस बार BJP के लिए बिहार में एक-एक सीट बहुत ही महत्वपूर्ण और जीवन-मरण का मान के चल रहे हैं।
ऐसे में पुष्कर कमाल कर पुराने Record को बरकरार रख पाते हैं,तो उनके सियासी रुतबे में और खास तौर पर मोदी-शाह की नजरों में अहमियत कहीं अधिक बढ़ जाना स्वाभाविक-तय है। CM PSD खुद के पारस पुष्कर की Image को कायम रखने के लिए जी-जान लगा डालेंगे। इसमें शक या दो राय नहीं है। वह उत्तराखंड में भी हर कठिन चुनौतियों को कामयाबी के साथ फतह कर रहे हैं। घर के भीतर-बाहर के विरोधियों को ठंडा या शांत करने में कामयाब साबित होते रहे हैं।
 
					


