CM पुष्कर के साथ खड़े हुए कोश्यारी-महेंद्र भट्ट: UKSSSC Paper Leak पर बोले BSK,`CRPC-IPC के बावजूद जुर्म होते हैं-नकल की निंदा सही लेकिन सरकार पर दोष मढ़ना ठीक नहीं:PSD ने अपनी तरफ से अति उत्तम कदम उठाया’ : युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ की कोशिश करने वालों को ऐसी सजा दिलाएँगे, जो मिसाल होगी-मुख्यमंत्री PSD
सरकार के राडार पर हर माफिया-BJP State Chief:Justice Verma को SIT की निगरानी के लिए नियुक्त किया:Sector Magistrate-Assistant Professor सुमन-SI-Constable Suspend

Chetan Gurung
UKSSSC पेपर लीक मामले में महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल और उत्तराखंड के Ex CM भगत सिंह कोश्यारी तथा BJP के State President-MP महेंद्र भट्ट आज CM पुष्कर सिंह धामी को क्लीन चिट देते हुए सरकार के हक में सामने आए। कोश्यारी ने Media में कहा कि IPC-CRPC के बावजूद जुर्म होते हैं। Paper लीक के एकाध जुर्म सामने आते हैं तो ये ठीक नहीं लेकिन इसके लिए सरकार को दोषी ठहराना ठीक नहीं। इसको अलबत्ता रोकने की जरूरत होती है। सरकार ने नकल जांच के लिए गठित SIT की न्यायिक निगरानी के लिए पूर्व HC Judge BS वर्मा को नियुक्त कर दिया। SIT की Chief का जिम्मा Adl SP जया बलूनी को सौंपा गया है। सरकार ने आज सरकार ने इस मामले में आरोपों के दायरे में आ रही Assistant Professor सुमन और परीक्षा सेंटर में तैनात Sector Magistrate KN तिवारी के साथ ही पुलिस के SI रोहित कुमार और Constable ब्रहमदत्त को Suspend कर दिया। नकल के आरोपी खालिद और उसकी बहन पहले ही गिरफ्तार की जा चुकी हैं। नकल के मुख्य आरोपी खालिद और उसकी सहयोगी बहन साबिया पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर ने कहा कि वह युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करने वाले एक-एक माफिया या शख्स को जेल की सलाखों में भेजेंगे और ऐसी सजा दिलाएँगे कि भविष्य में कोई ऐसा करने के बारे में सोच भी नहीं सकेगा।
पूर्व राज्यपाल-पूर्व CM Bhagat Singh Koshyari ने नकल प्रकरण में CM पुष्कर सिंह धामी या सरकार को दोषी ठहरने को गलत कहा
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Mahendra Bhatt-MP और BJP State Chief
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पूर्व राज्यपाल-पूर्व CM ने पत्रकारों से UKSSSC स्नातक परीक्षा नकल मामले में कहा कि किसी भी लापरवाही का कोई भी समर्थन नहीं करेगा। जिसके Under में हुई होगी, वह भी नहीं करेगा। CM पुष्कर ने अपनी तरफ से अति उत्तम कदम नकल रोकने के लिए उठाए हैं। बहुत सावधानी के बाद भी ऐसा अपराध होता है तो उसकी निंदा होनी चाहिए। इसके लिए शासन की मिलीभगत के आरोप लगाना या उसको दोषी करार देना थी नहीं। इसकी पुनरावृत्ति न हो, इस पर जरूर कार्य होने चाहिए।
Justices BE Verma (former HC-Nainital Judge)
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राज्यसभा MP और BJP के State Chief भट्ट ने पेपर लीक को साजिश करार देते हुए युवाओं से धोखे को भी जिहाद करार दिया। उन्होंने कांग्रेस के प्रदर्शन को नौटंकी करार देते हुए कहा कि वह पटवारी और दरोगा भर्ती सहित कई घोटालों की सरंक्षक रही है। शुरुआती जांच मे साबित हो चुका है कि एक Centre में नकल के लिए 3 पन्ने बाहर आए। उद्देश्य पेपर लीक के जरिये अराजकता उत्पन्न करना था।
उन्होंने कहा कि सरकार एक-एक नकल माफिया को सलाखों के पीछे भेजने के साथ ही इसके पीछे छिपे षड्यंत्र को बेनकाब करेगी। कांग्रेस युवाओं के आक्रोश को भड़काने की कोशिश कर रही है। वह इसमें सफल नहीं होगी। पौड़ी पटवारी-दरोगा भर्ती घोटालों के साथ ही उसने अपनी सरकार रहने के दौरान विधान सभा-अन्य विभागीय नौकरियां बेची। इन भर्तियों का आज तक पता नही चल पाया कि इनकी जांच भी हुई अथवा नहीं।
भट्ट ने कहा कि Paper Out करने का उद्देश्य अराजकता उत्पन्न करना था। अब HC के रिटायर्ड जज की निगरानी मे
SIT दूध का दूध-पानी का पानी करेगी।युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किसी को नहीं करने दिया जाएगा। हर माफिया जांच एजेंसियों की रडार है। नकल मामले में निलंबित Gvt College,अगरोड़ा, New Tehri की Assistant Professor सुमन को FIR में खासे गंभीर आरोप का सामना करना पड़ रहा है।
देहरादून के रायपुर थाना में दर्ज FIR में सुमन पर आरोप है कि वह गलत नीयत से आरोपी खालिद से उसका Paper हल करने के बहाने जुड़ी। Whats App पर मिले प्रश्न उसने तुरंत ही बॉबी पँवार को भेज दिए। इससे परीक्षा की शुचिता और निष्पक्षता पर असर पड़ा। सरकार और विभाग की छवि भी प्रभावित हुई। सरकार के उलट आंदोलनकारी युवा नकल को Paper Leak का नाम दे के CBI जांच की मांग कर रहे हैं।